शनिवार, जनवरी 21, 2012

प्लीज कहो न!

जब हम पहली बार मिले थे, तुम 18 वर्ष की थीं। मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुम्हारा चेहरा शर्म से लाल हो गया था...तुमने सिर झुका लिया था और तुम मुस्कुरा दीं थीं...

जब हमारी शादी हुई थी, तुम 21 वर्ष की थीं। मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने मेरे कँधे पर अपना सिर रख दिया था और मेरा हाथ थाम लिया था...मानो तुम्हें डर था कि मैं कहीं गायब न हो जाऊँ...

जब तुम 24 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने नाश्ता बनाया और मुझे नाश्ता देते समय मेरा माथा चूमते हुए कहा, “ज़ल्दी नाश्ता करो, तुम्हें देर हो रही है...”

जब तुम 27 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने कहा, “अगर तुम वाकई मुझे प्यार करते हो, तो काम खत्म करके ऑफिस से ज़ल्दी आना...”

जब तुम 30 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने डाइनिंग टेबल साफ करते हुए कहा, “ठीक है, लेकिन इस वक़्त बेटे को मैथ्स का रिविजन कराओ प्लीज...”

जब तुम 33 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुम स्वेटर बुन रही थीं और मेरी तरफ देख कर हँस पड़ी थीं...

जब तुम 36 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुम सुन कर बस धीरे से मुस्कुरा दी थीं...

जब तुम 40 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने कहा, “हमारा बेटा शनिवार को घर आ रहा है; चलो बाज़ार से उसके लिए कुछ खरीद कर लाते हैं...”

जब तुम 46 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने कहा, “हमारे बेटे की अगले महीने शादी है, तुम्हें बहुत तैयारियां करनी हैं...”

जब तुम 50 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने कहा, “एक अच्छी खबर है! ईश्वर ने चाहा तो हम ज़ल्दी ही दादा-दादी बनने वाले हैं...”

जब तुम 55 वर्ष की थीं, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने मुस्कुरा कर कहा, “अब हम दादा-दादी बन चुके हैं और अगले ही महीने घर में एक और पोता या पोती के आने की उम्मीद है...”

आज जब तुम 59 वर्ष की हो, मैंने कहा, “आई लव यू...”
तुमने कहा, “बहुत सर्दी है, जरा मुझे गर्म पानी की बोतल भर कर देना प्लीज...”

मैं अभी भी इंतज़ार में हूँ कि तुम कहो “आई लव यू...”
मुझे यह भी नहीं पता कि उस क्षण मेरी क्या प्रतिक्रिया होगी, हाँ इतना ज़रूर जानता हूँ कि तुम्हारा ऐसा कहना मेरी आँखें नम कर जायेगा...

इससे पहले कि बहुत देर हो जाये, प्लीज कहो न “आई लव यू...”

यह मेरी कहानी थी। मैं नहीं चाहता कि आपमें से कोई भी इसे दोहराये। हम बाहरी दुनिया से कितनी शिष्टता और शालीनता से पेश आते हैं, फिर अपनों के साथ अपनेपन के शब्द क्यों नहीं बोलते। आपसे “आई लव यू” सुनने के वे सच्चे अधिकारी हैं। आपके रहने या न रहने से वे ही सबसे अधिक प्रभावित होंगे। देरी मत कीजिये, हो सकता है कल आप कहें और सुनने वाला न रहे।
- राजेन्द्र चौधरी

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